Showing posts with label संस्मरण. Show all posts
Showing posts with label संस्मरण. Show all posts

Monday, April 18, 2016

चेतना सेमिनार - 17 अप्रैल 2016

चेतना द्वारा रविवार, 17 अप्रैल को ' हैल्थ, वेल्थ और नेटवर्किंग' विषय पर एक दिवसीय सेमिनार आयोजित किया गया, जिसमें वक्ता के रूप में श्री गुरु पवन सिन्हा जी, आचार्य प्रतिष्ठा शर्मा और आपके अपने राजेश चेतन उपस्थित थे। बहुत ही शानदार कार्यक्रम रहा, सेमिनार की सफ़लता बयां करती हुई खचाखच भरे हॉल की कुछ झलकियाँ आप मित्रों के लिए।


For More Event Photos Click Here: https://goo.gl/photos/EoC7dhEKogrGkVYE7








Saturday, March 5, 2016

कड़वे - प्रवचन - 6 मार्च 2016

कड़वे - प्रवचन
क्रांतिकारी राष्ट्रसंत 
जैन मुनिश्री तरुणसागर जी द्वारा 
रविवार,
6 मार्च 2016, प्रात: 8 :30 बजे
मुख्य अतिथि - श्री अरविन्द केजरीवाल 
(मुख्यमंत्री, दिल्ली सरकार)
श्री दिगम्बर जैन महावीर मंदिर
एफ -1 यू ब्लॉक, पीतमपुरा

#RajeshChetan

Friday, February 12, 2016

मैं अपने मित्र श्री दिनेश गुप्ता का बहुत आभारी हूँ जिनकी वजह से आज डॉ. नरेश गुप्ता से मिलने का अवसर मिला | आप एक सुप्रसिद्ध फ़िज़ियोथेरेपिस्ट है और वर्तमान में प्रमार्थ मिशन के नाम से एक बहुत बड़ा फ़िज़ियोथेरेपिस्ट सेन्टर, पीतमपुरा में संचालित कर रहे है। आप Brain Stroke (Paralysis) से पीड़ित लोगों के लिये भगवान के रूप में है। आज परमार्थ मिशन सेंटर देखकर सच्ची मानवता के दर्शन हुए। डॉ. नरेश गुप्ता को बहुत-बहुत साधुवाद।

Sunday, February 7, 2016

भिवानी उत्सव संस्मरण

भिवानी के लोकप्रिय फोटोग्राफर प्रिय अशोक शर्मा का दिल से धन्यवाद, आपने अभी हाल ही में संपन्न हुए भिवानी उत्सव के कुछ महत्वपूर्ण फ़ोटो आज मुझे पोस्ट किये। विदेश राजयमंत्री जनरल वी. के. सिंह इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कुछ चित्र आप मित्रों के लिए पोस्ट कर रहा हूँ। 
#RajeshChetan 
#Bhiwani 
#KaviSammelan  










Friday, February 5, 2016

सांस्कृतिक मंच भिवानी उत्सव

सांस्कृतिक मंच ने भिवानी के संस्थापक ठाकुर नेमसिंह का भावना चित्र, भारत सरकार के विदेश राज्यमंत्री जनरल वी. के. सिंह के कर कमलों से लोकार्पित करवाया।  इस अवसर पर आपके अपने राजेश चेतन को भी मंच पर रहने का सौभाग्य मिला।  सांस्कृतिक मंच ने घोषणा की है कि हर वर्ष 26 फरवरी को ठाकुर नेमसिंह और भानी को समर्पित भिवानी उत्सव मनाया जायेगा।
#RajeshChetan
#Bhiwani





Wednesday, February 3, 2016

पंच कल्याणक कवि सम्मेलन

जयपुर के दिगम्बर जैन समाज द्वारा महारानी फार्म प्रांगण में परम पूज्य राष्ट्रसंत श्री पुलकसागर जी महाराज के सानिध्य में पंच कल्याणक का भव्य कवि सम्मेलन किया गया।
संयोजन : श्री अब्दुल गफ्फार
संचालन : राजेश चेतन
काव्य पाठ : सुरेन्द्र यादवेन्द्र, मनोहर मनोज, प्रकाश प्रलय, सुमन सोलंकी

Thursday, December 24, 2015

Capital College of Fine Arts Drawing Competition - 25 December 2015

मेरे बचपन के मित्र श्री पुरुषोत्तम दास ने आज अपने लोकप्रिय कॉलेज में Capital College of Fine Arts की ओर से #DilliHaat पीतमपुरा में एक कला प्रतियोगिता का आयोजन किया था, जिसमे मंच पर मेरे Drawing अध्यापक श्री मांगेराम जी गर्ग, भिवानी परिवार मैत्री संघ के प्रधान श्री नवल किशोर गोयल, स्वदेश केबल के मालिक श्री महावीर बंसल और अभिनव स्कूल के चेयरमैन श्री के.के . बंसल तथा अन्य अतिथि उपस्थित थे।  एक सफल कार्यक्रम के लिए श्री पुरुषोत्तम दास व समस्त टीम को बधाई। 
#RajeshChetan
#DilliHaat
#CapitalCollegeofFineArts


Monday, November 9, 2015

धनतेरस की शुभकामनाएं - 09 नवम्बर 2015

विश्व के प्रथम डॉ. भगवान धन्वंतरी के जन्मदिन की शुभकामनाएं। 
धनतेरस को स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाये।  
आप स्वस्थ रहें, दीर्घायु हो।  
धन तेरस पर यही मंगलकामना स्वीकार करें।
- राजेश चेतन 
#RajeshChetan 

Saturday, October 31, 2015

'Deepawali Mangal Milan' - 01 Nov 2015


Pragati Pathik & Chetna
Presents 
'Deepawali Mangal Milan' 
& A Talk on 
“Deepawali – Scientific base”
by Rajesh Chetan
On Sunday, 01 Nov 2015
11AM to 3PM
@ Hotel Country INN, Sahibabad

Thursday, March 13, 2014

एम. एम. विश्वविधालय बड़ौदा हास्य कवि सम्मेलन

एम. एम. विश्वविधालय बड़ौदा के कला भवन की ओर से होली के अवसर पर एक हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।  श्री जगदीश मित्तल, अध्यक्ष राष्ट्रीय कवि संगम ने अध्यक्षता की तथा मुख्य अतिथि के रूप में उपकुलपति प्रो. योगेश सिंह उपस्थित थे।  राजेश चेतन के संचालन में प्रताप फौजदार जी ( लाफ्टर चैम्पियन दिल्ली), अलबेला खत्री जी (लाफ्टर चैम्पियन सूरत). श्रीमती उर्मिला उर्मि जी (कवयित्री सूरत ), रसिक गुप्ता जी ( दिल्ली), सुदीप भोला ( जबलपुर), रोहित शर्मा (मुम्बई)  ने काव्य पाठ किया।

Monday, December 16, 2013

वैश्य गौरव अवॉर्ड

वैश्य पैनोरमा पत्रिका ने रविवार, 15 दिसम्बर 2013 को वेलेनटाईन  बैंक्वेट , शिवाजी मार्ग, मोती  नगर, दिल्ली में वैश्य गौरव अवॉर्ड  का आयोजन किया गया , जिसमे वैश्य गौरव अवॉर्ड मुझे प्राप्त हुआ ! इस समारोह में श्री प्रमोद गोयल, श्री अविनाश बंसल, श्री रामकृष्ण गुप्ता, श्री जगदीश प्र. अग्रवाल, श्री सुरेन्द्र गुप्ता, श्री देशबन्धु गुप्ता, श्री विजेंद्र गुप्ता, श्री घनश्याम गुप्ता तथा श्री रामकैलाश गुप्ता जी उपस्थित थे ! कार्यक्रम की सफलता के लिए श्री पवन सिंघल जी बधाई के पात्र है !!

Friday, December 6, 2013

MDH धर्मपाल जी के कर्मचारियों के साथ संवाद

आज मसालों के बादशाह MDH परिवार के मुखिया महाशय धर्मपाल  जी के आमंत्रण पर MDH कर्मचारियों के साथ संवाद करने का अवसर मिला ! MDH वास्तव में एक उधोग नहीं, मंदिर है जहाँ प्रतिदिन हवन व सत्संग होता है ! महाशय जी को शत शत नमन !!

Wednesday, December 4, 2013

ब्रह्मर्षि श्री गुर्वानंद स्वामीजी विशेष आशीर्वाद

कल 4 दिसम्बर रोहतक में त्रिपुति के ब्रह्मर्षि श्री गुर्वानंद स्वामीजी " गुरूजी " www.guruvanand.com जो की 1960 IIT के गोल्ड मैडलिस्ट हैं ! आठों सिद्धि और नौ निधियों के स्वामी है , का प्रवचन सुना ! लगभग 3 घंटे के प्रवचन को 2000 लोगों ने तन्मयता से सुना ! गुरु जी का विशेष आशीर्वाद भी  मुझे मिला !!

Thursday, May 15, 2008

जागरण अखबार और कवि सम्मेलन


करगिल युद्ध के समय संस्कार भारती दिल्ली ने "चुनौती है स्वीकार" नाम से एक कवि सम्मेलन का आयोजन किया था जिसमें तत्कालीन गृह मंत्री श्री लाल कृष्ण अडवाणी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस कवि सम्मेलन में जागरण समूह के मालिक श्री नरेन्द्र मोहन से मिलने का सौभाग्य मिला। कार्यक्रम का संयोजक होने के कारण मुझे उनके स्वागत का अवसर मिला। मंच पर उपस्थित श्री गोपाल कृष्ण अरोड़ा ने टिप्पणी की, एक कवि दूसरे का स्वागत कर रहा है। इससे पूर्व मैं उनको एक सांसद और जागरण समाचार पत्र के मालिक के रूप में ही जानता था। इस घटना के बाद श्री नरेन्द्र मोहन जी की कविताएं अक्सर पढ़ता रहा और उनकी रचनाओं से प्रभावित रहा। आज जब जागरण समूह को हिन्दी कविता और कवि सम्मेलन के लिए समर्पित देखता हूँ तो मुझे नरेन्द्र मोहन जी का वह कवि रूप याद आ जाता है। हिन्दी कवि सम्मेलन का जब भी इतिहास लिखा जाएगा तो हिन्दी कवि सम्मेलन को लोकप्रिय करने में जागरण समूह का योगदान जरूर याद किया जाएगा।

Tuesday, July 17, 2007

मंत्रों के रचनाकार

हंसते खिलते फूलों को ही जग की आंखो का प्यार मिला
अंधियारे में जलने वाले हर दीपक को सत्कार मिला
जो अपने से बाहर आया उसको सारा संसार मिला
जिसने मरना सीखा उसको ही जीने का अधिकार मिला

बचपन में ही डा. कुंअर बेचैन की उपरोक्त पंक्तियों ने मुझे प्रभावित किया, आरम्भ से ही अपने शहर भिवानी के कवि सम्मेलनों में मुझे उनको सुनने का सौभाग्य मिला । स्कूल कालेज की कविता प्रतियोगिताओं मे उनके गीतों को प्रस्तुत करने का भी अवसर मिला लेकिन उनके साथ मंच पर कविता पढने व लम्बी काव्य यात्रायें करने का अवसर मिलेगा, ये तो मैने सपनें मे भी नहीं सोचा था ।

मुझे याद आता है दिल्ली में दीवाली मेले का वह कवि सम्मेलन, झूलों व माइक के शोर के कारण सभी कवि परेशान थे, डाक्टर साहब समारोह की अध्यक्षता कर रहे थे और मैं संचालन दायित्व के लिये संघर्ष कर रहा था, जब पहले दो कवि अव्यवस्था की भेंट चढ गये तो क्रोध में आयोजकों के लिये मैने कुछ कठोर शब्दों का प्रयोग किया तो डाक्टर साहब ने मुझे अपने पास बुलाकर कहा हंसते खिलते फूलों को ही…, कविता जो सुनता है सुनाओ नहीं तो उपस्थिति लगाओ और चलो, मुझे इक मंत्र मिल गया और हम सब ने हंसते हंसते कार्यक्रम सम्पन्न किया ।

हिन्दी का एक लघु दीप - ओमान

मस्कट ओमान की राजधानी, सुंदर, सुसस्जित, एक ओर समन्दर,दूसरी ओर पहाड, शापिंग माल, होटल्स, 25 लाख की आबादी के ओमान देश की एक चौथाई जनसंख्या यहां निवास करती है । अगर आपको अंग्रेजी नही आती ना ही अरबी आती तो घबराना नहीं ओमान मे हिन्दी से भी आपका काम बखूबी चलेगा । दिल्ली से अहमदाबाद होते जैसे ही मस्कट पहुँचे इंडियन सोशल क्लब के श्री सी एम सरदार, श्री गजेश धारीवाल , श्री वीर सिंह और श्री एन डी भाटिया ने सपरिवार पुष्पगुच्छों से कवियों का गर्मजोशी से अभिनन्दन किया, ओमानी नागरिक विस्मय से इस समारोह को देख रहे थे । इस लघु समारोह के बाद हास्य आचार्य श्री ओम प्रकाश आदित्य के नेतृत्व में युवा कवियों के दल ने अलग अलग गाडियों में शहर के प्रतिष्ठित होटल रामी की ओर प्रस्थान किया ।

लूलू शापिंग माल में काउंटर संभाले ओमानी लडकियों की सक्रियता देख कर अच्छा लगा, सब तरफ भारतीय परिवेश, भारतीय लोग और हिन्दी, मानो ओमान में नहीं दिल्ली में ही घूम रहें हों । इंडियन स्कूल, मस्कट के हिन्दी विभाग के अध्यक्ष श्री द्विवेदी ने बताया कि उनके विद्यालय में बालको में हिन्दी पढने का काफी उत्साह है लेकिन अभिभावक जन की हिन्दी उपेक्षा से वे परेशान दिखाई पडे ।

ओमान के सुल्तान के निजी होटल अलबूस्तान का बडा हाल जिसकी क्षमता लगभग 1500 है समय से पूर्व ही खचाखच भर गया था कार्यक्रम के संयोजक सरदार साहब ने बडे चुटीले अंदाज में कवि सम्मेलन के स्वागत सत्र का संचालन करते हुये बताया कवि सम्मेलन को ले कर लोगों में सर्वाधिक उत्साह है, श्रोताओं में केवल भारतीय ही नहीं अपितु ओमानी, पाकिस्तानी व बंगलादेशी भी होते है और फिर शुरु हुआ डा सुनील जोगी के सधे हुये संचालन में कवि सम्मेलन, एक ओर जहॉ लखनऊ के सर्वेश अस्थाना ने अपने सांसद व पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी जी पर तीखे व्यंग्य बाण छोडे दूसरी ओर राजस्थान के संजय झाला ने सोनिया जी को निशाना बनाया, राजेश चेतन की कविता अमरीका के व्हाईट हाऊस पे तिरंगा को भी लोगों ने पसन्द किया, प्रवीण शुक्ल की भूकम्प त्रासदी कविता के साथ ही हंसी ठहाकों के बीच पहले दौर का कवि सम्मेलन सम्पन्न हुआ।

ठहाकों के बीच दूसरा दौर महेन्द्र अजनबी ने आरम्भ किया, जहां उन्होनें भूत वाली कविता के माध्यम से मानवीय संवेदनाओं पर तीखा प्रहार किया, वही शायर तह्सीन मुनवर ने शहनाई सम्राट बिसमिल्लाह को याद किया । सुनील जोगी की पत्नी सौन्दर्य कविता पर लोग झूम रहे थे और समापन में आदित्य जी की माडर्न शादी कविता का भी लोगों ने भरपूर आनन्द लिया ।

इंडियन सोशल क्लब, इंडियन स्कूल, भारत के कवि, भारत सरकार और भारत के हिन्दी संगठन यदि मिलकर कार्य करें इस छोटे से देश में हिन्दी का बडा काम हो सकता है । ओमान के हिन्दी प्रेमियों को साधुवाद्।

शव्दों के जादूगर डा॰ बृजेन्द्र अवस्थी

एक ओर देश की सेना कारगिल में शत्रुओं से जूझ रही थी तो दूसरी ओर देश की जनता वर्ल्ड कप क्रिकेट मे डूबी थी तिरंगे मे लिपट कर जवानो के शव आ रहे थे कि एक दिन कुछ मित्रों के साथ तत्कालीन उपप्रधान मंत्री व गृहमंत्री श्री लाल कृष्ण अडवाणी से मिलने का अवसर मिला। अडवाणी जी के सुझाव पर जन जागृति हेतु “चुनौती है स्वीकार” शीर्षक से एक कवि सम्मेलन का आयोजन तय हुआ। डा॰ बृजेन्द्र अवस्थी की अध्यक्षता में श्री सोम ठाकुर, डा॰ गोविन्द व्यास, डा॰ कुँअर बेचैन, श्री हरिओम पंवार, श्री विनीत चौहान, श्री नरेश शांडिल्य व मुझे भी कविता पाठ का सौभाग्य मिला। इन्द्र देव की उस दिन अपार कृपा थी दिल्ली में सब तरफ पानी ही पानी दिखाई पड रहा था ऐसे मौसम मे दिल्ली के फिक्की सभागार में क्षमता से दूगने लोग उपस्थित देखकर आश्चर्य हुआ। अडवाणी जी ने उद्घाटन अवसर पर कहा युद्ध चल रहा है अतः कवियों से क्षमा चाहता हूँ कुछ समय ही आपके मध्य रहूँगा लेकिन कविता का जादू उपप्रधान मंत्री के सर चढने लगा और लगातार चार घंटे वे कवियों को सुनते रहे। समापन की बेला मे अध्यक्षीय काव्य पाठ के लिये डा॰ बृजेन्द्र अवस्थी की आशु काव्य धारा पर जन समुदाय उमड़ रहा था और फिर जैसे ही डा॰ अवस्थी ने शहीदों के सम्मान में कविता सुनाई जनता के साथ साथ देश के गृहमंत्री की आँखों में भी अश्रुधारा निकली जनता के मध्य बैठे श्री आडवाणी जी ने अपने स्थान पर खडे होकर डा॰ अवस्थी से कहा कि मुझे भी कुछ कहना है और फिर अडवाणी जी ने जो कहा उससे डा॰ बृजेन्द्र अवस्थी की शब्द शक्ति को समझा जा सकता है। गृहमंत्री ने कहा – डा॰ बृजेन्द्र अवस्थी जी मैं आपको आश्वासन देता हूँ कि चाहे जो हो एक इंच भूमि भी दुश्मन को नहीं जायेगी। ऐसे शब्द शिल्पी डा॰ बृजेन्द्र अवस्थी को श्रद्धांजलि।