शेर सवारी हे महतारी जगदम्बा
गौरी दुर्गा चण्डी कारी जगदम्बा
नवरात्रों में पूजन आराधन करते
सारा जग तुझ पर बलिहारी जगदम्बा
बावन पीठों से माता हरदिन गूँजे
जय जय जय जयकार तुम्हारी जगदम्बा
त्रिपुरारी से ब्याह रचाया शक्ति बनी
भोले बाबा को है प्यारी जगदम्बा
तव चरणों में शीश झुकाकर शुरू हुई
सिया स्वयंवर की तैयारी जगदम्बा
घर घर में है रूप तुम्हारा कंजक में
गूँज रही बनकर किलकारी जगदम्बा
दुष्टों का संहार किया चण्डी बनकर
ले त्रिशूल कर सिंह सवारी जगदम्बा
लव जिहाद में फँसी बेटियाँ चीख रहीं
दर दर भटकें ये दुखियारी जगदम्बा
आतंकी भी घात लगाये बैठे हैं
धर्म युद्ध है उनसे जारी जगदम्बा
Thursday, May 27, 2021
हर सप्ताह 7.0
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