भोले शंकर से मुस्काना सीखो जी
रिश्तों का हर ताना बाना सीखो जी
खट्टी मीठी बातें तो घर में होंगी
प्रेम प्यार का राग सुनाना सीखो जी
दो या तीन के छोटे से परिवार हैं अब
इक दूजे से खूब निभाना सीखो जी
मानव ही क्या जीवमात्र से प्यार करो
सांपो को भी गले लगाना सीखो जी
चंदा की शीतलता मस्तक पर रख कर
प्रेम की गंगा नित्य बहाना सीखो जी
खुद पर खर्चा सीमित ही रखना अपना
उलझन को ऐसे सुलझाना सीखो जी
आँख तीसरी का मतलब सीधा-सादा
निज 'चेतन' को नित्य जगाना सीखो जी
Thursday, May 27, 2021
हर सप्ताह 28.0
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