Monday, April 20, 2009

उनके बस की बात नही -2

बात बात में बात बनाना उनके बस की बात नही।
घर के लोगो को समझाना उनके बस की बात नही॥

चिदंबरम जिन्दल के संग मे आडवाणी जी धरे गये।
रोज रोज यूं जूते खाना उनके बस की बात नही॥

राज ठाकरे अपने भाई उद्धव से लड़ सकते है।
भाई दाऊद जी से लड़ना उनके बस की बात नही॥

कामरेड जी कांग्रेस से आंख मिचौली खेल रहे।
कांग्रेस बिन कुर्सी पाना उनके बस की बात नही॥

गृह मंत्री पत्रकार से जूते तो खा सकते है।
सिक्खों से अब पंगा लेना उनके बस की बात नही॥

सज्जन कुमार और जगदीश टाईटलर जोर जोर से रोते है।
हाई कमान को आंख दिखाना उनके बस की बात नही॥

मनमोहन को आडवाणी जी रोज रोज ललकार रहे।
टी वी पर अब खुलकर आना उनके बस की बात नही॥

अमर मुलायम के कन्धे पे सन्जु बाबा नाच रहे।
माया दीदी से बच पाना उनके बस की बात नही॥

वरुण गांधी पर सारे मिलकर रासुका तो लगवा दो।
गद्दारो को हाथ लगाना उनके बस की बात नही॥

भोली भाली जनता उपर टैक्स लगाना आता है।
स्विस बैंको से पैसा लाना उनके बस की बात नही॥

लालू जी और मात राबड़ी गाली गाली खेल रहे।
नीतिश कुमार से आंख मिलाना उनके बस की बात नही॥

5 comments:

Mohinder56 said...

समसामायिक रचना..
सटीक व भली कही जी

Udan Tashtari said...

बेहतरीन!! बहुत सटीक!

Unknown said...

RAJESHJI BADHAI HO TAZA HALAT PAR AAP KI GARMAGARM RACHNA PADH KAR ANAND MILA..........LAG-BHAG SARE VISHYA-VIKAARON KO AAPNE BHALI BHANTI KAAM ME LIYA HAI

WISH YOU ALL THE BEST
-albela khatri
www.albelakhatri.com

Rajat Narula said...
This comment has been removed by a blog administrator.
Rajat Narula said...

बहुत सटीक रचना है ! बधाई स्वीकार करें !