Tuesday, March 25, 2008

रस तो सारा चूसती हैं, लाल नीली बत्तियां

दिनांक 23 मार्च 08 को तेरापंथ सभा, पश्चिम विहार द्वारा श्री डालम चन्द जी के संचालन में होली मंगल मिलन समारोह का आयोजन अग्रसेन भवन में किया गया। बालकों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के उपरान्त राजेश चेतन के संचालन में एक लघु काव्य गोष्ठी का भी आयोजन किया।


लग रहा है पेड़ को, खा जाएंगी ये पत्तियां
फूल का सारा शहद, पी जाएंगी मधुमक्खियां
देश की जनता के हाथों में हैं केवल गुठलियां
रस तो सारा चूसती हैं, लाल नीली बत्तियां
डा॰ सुनील जोगी, दिल्ली





भारत के परिंदों की जग में
पहचान तो जिन्दा है
रहें कहीं भी दिल में
हिन्दुस्थान तो जिन्दा है
गजेन्द्र सोलंकी, दिल्ली





महा कवि और दार्शनिक, धीर वीर गंभीर
महाप्रज्ञ जी आप है, नवयुग के महावीर
राजेश चेतन, दिल्ली

1 comment:

अमिताभ मीत said...

बढ़िया है. पढ़वाने का शुक्रिया.