कवि राजेश चेतन की हास्य व्यंग और विचार कविता की चौपाल में आपका स्वागत है। देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
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Friday, March 14, 2008
मुस्कान
प्रेम प्यार की तान देखिये कैसी ये मुस्कान देखिये आदमी की हंसी देखकर बन्दर जी परेशान देखिये
1 comment:
्बढिया!
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