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Monday, February 11, 2008
बसन्त पंचमी
बसन्त हो बहार हो ज्ञान का सत्कार हो माँ यहीं आशीष देना लेखनी तलवार हो
1 comment:
lekhanee talwaar ke maafik to hai hi aur dhaar ki kaamanaa kijiye.
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