बाबा साहब भीम राव जी
संविधान-निर्माता थे
हरिजन्, गिरिजन, दलितजनों के
सच्चे भाग्य विधाता थे
भारत जैसा लोकतन्त्र कब
इस दुनिया में दूजा है
बाबा साहब ने इसको ही
इष्ट बनाकर पूजा है
आओ उनके आदर्शों का
मिलकर हम सम्मान करें
ऊँच-नीच का भेद मिटाकर
भारत का निर्माण करें
Tuesday, January 29, 2008
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2 comments:
bahot achchha laga
bahot bahot achchha laga
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