कवि धर्म को आज निभाना ही होगा
वन्देमातरम फिर से गाना ही होगा
चन्दबरदाई की नगरी बोल रही
कविता को हथियार बनाना ही होगा
Sunday, December 9, 2007
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कवि राजेश चेतन की हास्य व्यंग और विचार कविता की चौपाल में आपका स्वागत है। देखने के लिए यहाँ क्लिक करें https://twitter.com/rajeshchetan http://kavitakosh.org/kk/राजेश_चेतन
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