कवि राजेश चेतन की हास्य व्यंग और विचार कविता की चौपाल में आपका स्वागत है। देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
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Friday, December 7, 2007
नयन हाला
मधुशाला की मदिरा भी शर्माएगी बाला जब-जब हाला लेकर आएगी बाला के नयनों की हाला के आगे मदिरा तो पानी-पानी हो जाएगी
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