आतंकों की फसल उगाते भारत में
घृणा और नफ़रत फैलाते भारत में
जब देखो तब दंगों का डर फैलाते
पाकिस्तानी नगमे गाते भारत में
एक पैगंबर छोड़ कोई स्वीकार नहीं
टेलीविजन पर धमकाते भारत में
छवि हमारी धूमिल करने दुनिया में
बिना बात का शोर मचाते भारत में
जो किताब में लिक्खा वो बोला, फिर क्यों
शर्मा - जिंदल पर गुर्राते भारत में
अरब हमारे ठेकेदार नहीं हैं जो
बेमतलब ही टाँग अड़ाते भारत में
मस्जिद और मदरसे यही सिखाते
क्या
जुम्मे को पत्थर बरसाते भारत में
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