Thursday, May 27, 2021

हर सप्ताह 25.0

 पाने को तूँ सब कुछ पा
औ परदेशी घर तो आ

डॉलर बेशक कुछ भी है
अम्मा आखिर है अम्मा

पिज़्ज़ा बर्गर में खोया
अपने घर की रोटी खा

पनघट तुझको ढूंढ रहा
आकर अपनी प्यास बुझा

गांव की मिट्टी लाया हूँ
अपने संग में लेता जा

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