Monday, September 15, 2008

दीवाली

शरद ॠतु का आगमन दीपावली
दीपकों का प्रज्ज्वलन दीपावली

सत्य का डंका बजाया राम ने
झूठ का लंका दहन दीपावली

ॠषि दयानन्द ने दिखाया रास्ता
है तमस का आचमन दीपावाली

ज्ञान केवल मिल गया महावीर को
ज्ञान का शत-शत नमन दीपावली

हम शहीदों की करें वन्दना
देशहित पावन हवन दीपावली


भारत त्यौहारों का देश है और यहां मनाए जाने वाले त्यौहारों में दीवाली विशेष है क्योंकि राम भक्त मानते हैं इस दिन चौदह वर्ष का वनवास पूरा करके भगवान राम अयोध्या लौटे थे, कृष्ण भक्त मानते है कि दुष्ट राजा नरकासुर का वध श्री कृष्ण ने इसी दिन किया था, जैन धर्म अवलम्बी भगवान महावीर का निर्वाण दिवस तथा तो आर्य समाजी स्वामी दयानन्द की पुण्यतिथि के रूप में मनाते हैं।

अमावस्या की घोर रात्रि में दीपक अंधकार से लड़ते-लड़ते समाज को अपनी पावन रोशनी प्रदान करते हैं और हमें यह संदेश देते हैं कि प्रकाश की एक छोटी सी किरण भी अंधकार पर भारी होती है। टेंशन फ्री पत्रिका भी इस अंधकार से लड़ने का और आपके चेहरे पे मुस्कान लाने का एक विनम्र प्रयास है क्योंकि ये भी कहा जाता है कि दीवाली खुशियों का त्यौहार है और खुशियां बांटना ही हमारा मुख्य ध्येय है। टेंशन फ्री के समस्त पाठकों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए यही कह सकता हूं

राम अगर घर आए दीवाली होती है,
सब जब दीप जलाए दीवाली होती है,
मिलजुल कर सब प्रेम प्यार से साथ रहे,
चेहरे जब मुस्काएं दीवाली होती है

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