
भारत अपना देश बड़ा ही ओल्ड़ है
खेलों में हर भारतवासी कोल्ड़ है
विजेन्द्र का कास्य पदक भी अब हमको
लगता हमको जैसे पाया गोल्ड़ है
कवि राजेश चेतन की हास्य व्यंग और विचार कविता की चौपाल में आपका स्वागत है। देखने के लिए यहाँ क्लिक करें https://twitter.com/rajeshchetan http://kavitakosh.org/kk/राजेश_चेतन
1 comment:
विजेन्द्र का कास्य पदक भी अब हमको
लगता हमको जैसे पाया गोल्ड़ है
पहले खाली हाथ लौटते थे , उससे तो अच्छा है। जन्माष्टमी की बहुत बहुत बधाई।
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