Monday, July 28, 2008

कामरेड


प्यारे प्यारे कामरेड श्री कारत हैं
रोज रोज ही करते नई शरारत हैं
चार साल तक सत्ता का सुख भोग लिया
चुनाव दिखा तो मोहन जी को मारत हैं

1 comment:

कुमार आलोक said...

आपके विचारों से सहमत नही हूँ लेकिन लिखा बहुत अच्छा है ।