
वो आया और महफ़िल को ही लूट गया
जैसे कोई प्यार का झरना फ़ूट गया
इश्मित के जाने से हमको लगता है
संगीत गगन का चम चम तारा टूट गया
कवि राजेश चेतन की हास्य व्यंग और विचार कविता की चौपाल में आपका स्वागत है। देखने के लिए यहाँ क्लिक करें https://twitter.com/rajeshchetan http://kavitakosh.org/kk/राजेश_चेतन
1 comment:
बहुत दुखद समाचार है।प्रभू उन के परिवार जनों को इस दुख को सहनें की हिम्मत दे।
Post a Comment