कवि राजेश चेतन की हास्य व्यंग और विचार कविता की चौपाल में आपका स्वागत है। देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
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Friday, April 11, 2008
खुराना
नई सुबह और नया सवेरा लाया है राग पुराना फिर से उसने गाया है सर्कस से जो शेर निकलकर भागा था हाथ जोड़ कर फिर सर्कस में आया है
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