धोती बांधने के आग्रह पर
केरल के मंदिर में
नेहरू जी द्वारा
आग बबूला हो जाना
और निज़ामुद्दीन की दरगाह पर
प्रसन्नता पूर्वक टोपी लगाना
इसी का नाम है
धर्मनिरपेक्षता निभाना
Thursday, February 7, 2008
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
कवि राजेश चेतन की हास्य व्यंग और विचार कविता की चौपाल में आपका स्वागत है। देखने के लिए यहाँ क्लिक करें https://twitter.com/rajeshchetan http://kavitakosh.org/kk/राजेश_चेतन
No comments:
Post a Comment