पोखरण में
परमाणु के विस्फोट करने वाला
एक कुंवारा
जो विज्ञान को ही
स्वपन सुंदरी मानकर
प्यार करता रहा
अपने आविष्कारों पर ही मरता रहा
हेयर कटिंग सेलून
जाने से भी डरता रहा
जो जवानी में पति ना
बनने के लिये तन गया
वह बुढ़ापे में
राष्ट्रपति बन गया
और जाते जाते कैसी
परम्परा जोड़ गया
खुद पुनः शिक्षक
तथा हिन्दुस्तान को
शिक्षा देने के लिये
एक महिला को
राष्ट्रपति भवन
छोड़ गया
विधि का खेल निराला है
भाग्य बड़ा बलवाला है
क्या कर लेगा एन डी ए
यू पी ए रखवाला है
पर आम व्यक्ति
इस घटना से परेशान है
क्योंकि चहुंओर महिलाओं
का ही गुणगाण है
घर की राष्ट्रपति महिला
आफिस की राष्ट्रपति महिला
एक देश बचा था, वहां भी
पुरूषों की हार है, क्योंकि
अब उस पद पर भी
महिला ही सवार है
हमने सोनिया जी से पूछा
महिला शक्ति के लिये आप वरदान हैं
माना कि आप महान हैं परन्तु
महिलाओं के प्रति आपका दृष्टिभेद
हम समझ नहीं पाते
प्रतिभा ताई को राष्ट्रपति बनाया
तो कम से कम किरण बेदी को
दिल्ली का हवलदार तो बनाते
मेरे प्रश्न के उत्तर में
सोनिया जी मुस्कुराई तो
हमने अपनी कलम उठाई और लिखा -
यू पी ए आकाश देखिये दस जनपथ
पी एम का आवास देखिये दस जनपथ
कैसा शक्ति केन्द्र बना है भारत में
राष्ट्रपति निवास देखिये दस जनपथ
Thursday, February 7, 2008
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