कवि राजेश चेतन की हास्य व्यंग और विचार कविता की चौपाल में आपका स्वागत है। देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
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Wednesday, February 6, 2008
होली
इन्तजार में अटल बिहारी झांक रहे कोई रंग लगाए तो होली होली है
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