Monday, December 10, 2007

दिशा फ़ाउंडेशन द्वारा आयोजित 'युवा काव्य उत्सव'





15 नवम्बर 2007, नई दिल्ली। गुरुवार की शाम राजधानी के हिन्दी भवन में उत्सव का माहौल था। अवसर था, दिशा फ़ाउंडेशन द्वारा आयोजित 'युवा काव्य उत्सव' का! मीठी -मीठी सर्दी की खूबसूरत शाम में युवा कवियों ने मानव मन की संवेदनाओं को अपनी बेहतर कविताओं के माध्यम से स्पर्श किया।
कार्यक्रम की शुरुआत एक विचार -गोष्ठी से हुई जिसका विषय था - 'युवा पीढ़ी व नशा '। नव ज्योति इंडिया फ़ाउंडेशन के डॉ अजय कुमार ग्रोवर ने नशे के प्रति जागरूकता पर चर्चा की। मादक पदार्थों के नशे से शुरू हुई बातचीत का ये सिलसिला धीरे -धीरे कविताओं के नशे तक पहुंचा। देश भर के पन्द्रह युवा कवियों ने हास्य, संवेदना, शृंगार और ओज आदि सभी रंगों से महफ़िल को सजाया। काव्य के इस महोत्सव के साथ ही प्रसिद्ध समाज सेवी श्री जगदीश मित्तल जी के जन्मदिवस का संयोग भी कार्यक्रम के साथ जुड़ा।
यू.के. से पधारे डॉ कृष्ण कुमार ने युवा कवियों को उनकी शालीनता और रचनाओं के लिए बधाई दी। वरिष्ठ कवि श्री ओमप्रकाश आदित्य ने नई पीढ़ी को आशीर्वाद दिया और साथ ही यह भी कहा कि हिन्दी कवि सम्मेलन मंच की ये नई पौध बेहद आशावान है और किसी भी दृष्टि से कमज़ोर नहीं है। डॉ कुंवर बेचैन ने सभी युवा रचनाकारों को मंचीय कविता की बेहतर संभावना बताते हुए प्रोत्साहित किया। वरिष्ठ हास्य कवि अल्हड़ बीकानेरी ने भी युवा कवियों को आशीष दिए। राजेश चेतन , ऋतु गोयल , दिनेश रघुवंशी , महेंद्र अजनबी ,वेद प्रकाश वेद , नरेश शांडिल्य, आनिल ज़ोशी, शशिकांत, रसिक गुप्ता और विजय काका समेत अनेक स्थापित कवियों ने श्रोताओं के बीच बैठकर युवा पीढ़ी को सराहा। कवि सम्मेलन का संचालन चिराग जैन ने किया।

कवियों की इस नई पीढ़ी ने जिन लोगों के हृदयों पर दस्तक दी उनमें अनेक जानी - मानी हस्तियाँ सम्मिलित हैं। जादूगर सम्राट शंकर, सुभाष अग्रवाल, रमेश अग्रवाल, एस एन बंसल, रोशन कंसल, भूपेंद्र कौशिक जैसे उद्योगपतियों के अतिरिक्त अनेक विधायक तथा निगम पार्षद भी कार्यक्रम में युवा कवियों की रचनाओं का रसास्वादन करने के लिए मौजूद थे। इनमें रवींद्र बंसल, करण सिंह तंवर, नरेन्द्र बिंदल, रेखा गुप्ता, राजकुमार पोद्दार, हरबंस लाल उप्पल, अंजू जैन और प्रवेश वाही के नाम प्रमुख हैं। अनिल गोयल, अशोक बत्रा, रमेश अग्रवाल, अतुल जैन, श्रीपाल जैन, राज खुराना, अशोक गुप्ता, सीमा यादव और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया।

1 comment:

अनूप भार्गव said...

यदि उचित समझें तो इन युवा कवियों को 'इंटरनेट और ईमेल' के माध्यम से अपनी कविताएं बाँटने के लिये ईकविता से जुड़नें को कहें :
http://launch.groups.yahoo.com/group/ekavita/