

भारतीय स्कूलों में फ़ायरिंग की ये अपनी तरह की पहली घटना है.
विद्या का ये मंदिर लहूलुहान है
बच्चे-बच्चे में हिंसा की तान है
कृष्ण सुदामा को गुरुकुल में मार रहा
स्वर्गलोक में बापू भी हैरान है
कवि राजेश चेतन की हास्य व्यंग और विचार कविता की चौपाल में आपका स्वागत है। देखने के लिए यहाँ क्लिक करें https://twitter.com/rajeshchetan http://kavitakosh.org/kk/राजेश_चेतन
2 comments:
बिल्कुल सच कहा...आज ना वह गुरू है ना वह विधार्थी...और ना ही वह शिक्षा का मंदिर।
bahut achchhe bhaiyya
naya prayog
badhiya hai....
:-)
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