" पुरानी नींव - नया निर्माण " हरिद्वार भारत माता मंदिर के संस्थापक
पूज्य स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरि जी महाराज का प्रवचन ! श्री भूपेन्द्र
कौशिक परिवार के इस भव्य आयोजन में स्वामी जी ने कहा कि अगर गीता पढ़ने का
समय ना मिले तो गीता की केवल एक पंक्ति बार - बार स्मरण करते रहो , जीवन
बदल जायेगा !
लघु गीता - तस्मात्सर्वेषु कालेषु मामनुस्मर युध्य च.
अनुवाद :- हे अर्जुन ! तू सब समय में मेरा स्मरण कर और युद्ध भी कर !
अनुवाद :- हे अर्जुन ! तू सब समय में मेरा स्मरण कर और युद्ध भी कर !
No comments:
Post a Comment