सी बी आई कयों इतनी मजबूर है ।
पटनायक बिरला के मुह पर नूर है ।
कानूनों में सब ही अगर समान तो
प्रधान मंत्री क्यों तिहाड़ से दूर है ।।
पटनायक बिरला के मुह पर नूर है ।
कानूनों में सब ही अगर समान तो
प्रधान मंत्री क्यों तिहाड़ से दूर है ।।
कवि राजेश चेतन की हास्य व्यंग और विचार कविता की चौपाल में आपका स्वागत है। देखने के लिए यहाँ क्लिक करें https://twitter.com/rajeshchetan http://kavitakosh.org/kk/राजेश_चेतन
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