कवि राजेश चेतन की हास्य व्यंग और विचार कविता की चौपाल में आपका स्वागत है। देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
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Friday, April 9, 2010
मूर्तियां की रक्षा
माया जी की मूर्तियां सेना है तैनात बहना के सम्मान की बहुत बड़ी है बात बहुत बड़ी है बात लुटाओ पैसा भारी जनता देखे खड़ी खड़ी कैसी लाचारी सिंघवी जी ने ठीक कहा तुम समझो बहना बुतपरस्ती के इस चक्कर से दूर ही रहना
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