कवि राजेश चेतन की हास्य व्यंग और विचार कविता की चौपाल में आपका स्वागत है। देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
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Saturday, December 20, 2008
अंतुले
हिन्दू मुस्लिम दीवारों से बाहर निकल कर आओ, आतंकों से देश लड़ रहा कोई राह दिखाओ। घर के बाहर आतंकी से लड़ना बहुत जरुरी, घर में बैठे अंतुलो को पहले सबक सिखाओ।
1 comment:
सही जवाब,
जब तक अंतुले,
घूमेंगे खुले खुले,
आतंकी खाते रहेंगे,
मीठे गुलगुले,
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