
लोकतंत्र के रखवाले बाजार खडे
कभी इधर और कभी उधर के पार खडे
मंत्री बनने के चक्कर में शिबू जी
वोट बेचने दस जनपथ के द्वार खडे
कवि राजेश चेतन की हास्य व्यंग और विचार कविता की चौपाल में आपका स्वागत है। देखने के लिए यहाँ क्लिक करें https://twitter.com/rajeshchetan http://kavitakosh.org/kk/राजेश_चेतन
No comments:
Post a Comment