मोहन जी की ये कैसी लाचारी है
मंहगाई की जंग साथियों जारी है
कर्नाटक में कमल खिला देखा जब से
लगता अब तो लोकसभा की बारी है
Saturday, May 31, 2008
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कवि राजेश चेतन की हास्य व्यंग और विचार कविता की चौपाल में आपका स्वागत है। देखने के लिए यहाँ क्लिक करें https://twitter.com/rajeshchetan http://kavitakosh.org/kk/राजेश_चेतन
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