आम आदमी रोता है तो रोने दो
खून खराबा होता है तो हो्ने दो
हत्याएँ सरे आम हो रही दिल्ली में
राजा अपना सोता है तो सोने दो
Saturday, April 26, 2008
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कवि राजेश चेतन की हास्य व्यंग और विचार कविता की चौपाल में आपका स्वागत है। देखने के लिए यहाँ क्लिक करें https://twitter.com/rajeshchetan http://kavitakosh.org/kk/राजेश_चेतन
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