Thursday, May 27, 2021

हर सप्ताह 30.0

 प्रेम प्यार के रंग लगाओ होली है
वैर भाव को दूर भगाओ होली है

जीवन ये उपहार मिला है ईश्वर से
हँसते हँसते खुशी मनाओ होली है

गहन अंधेरा कोरोना का छाए क्यों
अंधियारे को दूर भगाओ होली है

बंग शेरनी पिचकारी ले ढूंढ रही
नमो-नमो तुम रंग उड़ाओ होली है

पप्पू जी तो नानी के घर जायेंगे
जीजा जी को घेर के लाओ होली है

केजू भैया, नगर निगम में युद्ध छिड़ा
मिलजुलकर दिल्ली चमकाओ होली है

कृषक सड़क पर बैठा है ये ठीक नहीं
उनको भी जाकर समझाओ होली है

छोटी-छोटी आँखों वाले लौट गए
सेना का जय-घोष गुँजाओ होली है

लाल चौक को रंगों से रंगीन करो
पी ओ के भी गले लगाओ होली है

नंद गांव औ' बरसाने में धूम मची
वृंदावन में नाचो गाओ होली है

अवधपुरी की गली गली में रंग उड़े
रामलला को शीश झुकाओ होली है


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