अवधपुरी में दीप जले तो दीवाली है
दुश्मन भी जब गले मिले तो दिवाली है
धन्वंतरी ऋषि से मतलब है धनतेरस का
स्वास्थ्य हमेशा ठीक चले तो दिवाली है
रूप की चौदस हर दिन, हर घर, हर आँगन में
हर मन में यदि फूल खिले तो दिवाली है
रुपये की क़ीमत जब हो डॉलर से भी ज्यादा
जेब भरी हों ऊपर-तले तो दिवाली है
गौ की सेवा का मतलब कान्हा की सेवा
नित हो अन्नकूट के सिलसिले तो दीवाली है
बहन बेटियों की इज़्ज़त जब घर-घर होगी
रिश्तों में जब प्यार पले तो दीवाली है
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